हरिताल, नमक तथा हल्दी से होम करने पर शत्रुओं का स्तम्भन होता है। “ૐ ह्रीं बगलामुखी सर्वं ध्रुवं वाचं मुखं पदं स्तम्भया जीवाहं किलोक् किलोक बनसाय ह्रीं ॐ स्वाहा” ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा । Mata Baglamukhi Mantra pertains to https://vashikaran87542.tribunablog.com/the-greatest-guide-to-baglamukhi-beej-mantra-46638165