श्रुणुयाद् वा प्रयत्नेन सदाऽऽनन्दमयो भवेत् ॥ १॥ भुक्तिमुक्तिदायकं प्रशस्तचारुविग्रहं जो इस भैरव चालीसा का श्रद्धाभाव से सौ बार पाठ करता है, उसके घर में आनन्द तथा धन की वृद्धि होती है ॥ वायव्यां मां कपाली च नित्यं पायात् सुरेशवरः।। भगवान शिव ने पांच साल के बच्चे का अवतार धारण https://www.youtube.com/watch?v=lqYJ072UzdE